सही व्हीलचेयर का चुनाव
व्हीलचेयर की बुनियादी बातें
लोग अपनी व्हीलचेयर में “कैद” नहीं होते — वस्तुतः उनके व्हील उन्हें स्वतंत्रता देते हैं। लकवाग्रस्त व्यक्ति व्हीलचेयर में उतनी ही तेज़ी से इधर-उधर जा सकता है जितनी तेज़ी से कोई सामान्य व्यक्ति चलकर जाता है। व्हीलचेयर से लोगों के लिए कार्यस्थल एवं खरीदारी के लिए जाना, या घर से बाहर किसी अन्य यात्रा पर जाना सुगम होता है।
एक तरीके से देखें तो व्हीलचेयर किसी बाइसाइकिल जैसी होती है: चुनने के लिए बहुत से डिज़ाइन और स्टाइल होते हैं, जिनमें आयातित, हल्के वज़न वाले, और रेसिंग मॉडल आदि शामिल हैं।
यह चेयर आपके जूतों की जोड़ी जैसी भी होती है — विशेष प्रयोजनों के लिए इसके खास स्टाइल होते हैं, जैसे टेनिस के लिए या ऊबड़-खाबड़ पगडंडियों पर उपयोग के लिए। यदि वह ठीक से फ़िट न होती हो, तो उपयोक्ता को आराम महसूस नहीं होगा और इसलिए वह अधिकतम कार्यक्षमता हासिल नहीं कर सकेगा।
सही चेयर का चुनाव भ्रम में डालने वाला हो सकता है, विशेष रूप से पहली बार व्हीलचेयर उपयोग करने वालों को। विभिन्न प्रकार की व्हीलचेयर का अनुभव रखने वाले व्यावसायिक चिकित्सक (ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट, OT) के साथ कार्य करना हमेशा अच्छा रहता है।
कई लोगों ने अपनी पहली चेयर का चयन इसलिए किया होता है क्योंकि उनकी बीमा कंपनी उसी का भुगतान करने को राजी थी। हालांकि दूसरी चेयर का चयन प्रायः स्टाइलिंग, प्रदर्शन या अन्य विशेषताओं के आधार पर किया जाता है।
मेनुअल चेयर
ऊपरी शरीर में शक्ति वाले लोग प्रायः मेनुअल चेयर का उपयोग करते हैं — इसे हथेलियों से व्हील रिम को पकड़कर बाहों को आगे धकेलकर चलाया जाता है।
एक पीढ़ी से कुछ अधिक समय पहले, क्रोम प्लेटिंग वाली और लगभग 50 पौंड वज़न वाली विशालकाय चेयर, मानक हुआ करती थी। आज की मानक चेयर लगभग हर रंग में उपलब्ध हैं और उनका वज़न आधे से भी कम हो चुका है।
आधुनिक चेयर को कहीं बेहतर प्रदर्शन के लिए डिज़ाइन किया जाता है — इनके पहिये बिल्कुल सीधे चलते हैं और गोल रहते हैं, और उन्हें धकेलना, पुराने जमाने की भद्दी चेयर की तुलना में कहीं आसान है जिन्हें लगभग घसीटना पड़ता था। ठोस या मुड़ने वाले फ़्रेम से युक्त हल्की चेयरों को उठाकर कार में रखना और कार से निकालना भी आसान होता है।
आमतौर पर कहें तो, ठोस फ़्रेम (वह फ़्रेम जो मुड़कर बंद नहीं होता है) सवार की ऊर्जा के कहीं अधिक अंश को आगे बढ़ने की गति में स्थानांतरित करता है, जबकि मुड़ने (फ़ोल्ड होने) वाला फ़्रेम इतनी ऊर्जा स्थानांतरित नहीं कर पाता है। हालांकि, मुड़ने वाली चेयर का मुख्य लाभ है इसको यहां-वहां ले जाने में होने वाली आसानी; कुछ मुड़ने वाली चेयर तो हवाई जहाज के ओवरहेड बिन में भी फ़िट हो जाती हैं।
हालिया वर्षों में, चेयर निर्माताओं ने विकल्प के रूप में सस्पेंशन सिस्टम जोड़ दिए हैं, जिससे इन्हें चलाने में लगने वाले झटके काफी कम हो गए हैं। पर इसी के साथ, वज़न (शॉक एब्जॉर्बर कुछ पौंड बढ़ा देते हैं) और कीमत में थोड़ी वृद्धि भी हो गई है।
आगे वाले फ़ोर्क्स में सस्पेंशन जोड़ने के लिए बाज़ार में अलग से मिलने वाले उत्पाद (जैसे फ़्रॉग लेग्स) भी उपलब्ध हैं। ये बहुत लोकप्रिय हैं और मेडिकेयर (Medicare) से इन्हें प्रतिपूर्ति हेतु स्वीकृति भी मिली हुई है। व्हीलचेयर के फ़्रेम में अत्यंत हल्के टाइटेनियम का उपयोग एक और मुख्य नवाचार है। कम वज़न कंधों के लिए बेहतर होता है। Ti अमेरिका की अग्रणी ब्रांड है।
पहियों और टायरों के लिए भी बहुत सारे विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें प्रदर्शन, कच्चे रास्तों पर कर्षण (ट्रैक्शन), और हाई स्टाइल के लिए बनाए गए नवाचार शामिल हैं। स्पिनर्जी (Spinergy) नामक एक कंपनी ने व्हीलचेयर रिम की एक उच्च प्रदर्शन शृंखला बनाई है। वे हल्की हैं और बिल्कुल सीधी चलती हैं एवं गोल बनी रहती हैं। कंपनी ने हाल ही में एक नवाचारी पुश रिम पेश की है। फ़्लेक्सरिम (FlexRim) नामक नर्म रबर रिम और टायर के बीच पुल का काम करती है, जिससे पहियों को आसानी से एवं कम झटके के साथ धकेलना संभव हो जाता है, जिससे हथेलियों और बांहों की झटकों के विरुद्ध सुरक्षा होती है।
आगे धकेलने के विकल्प: चेयर को आगे बढ़ाने के लिए यह ज़रूरी नहीं कि आप व्हील पर लगे रिम को धकेलें ही। बाज़ार में लीवर से चलने वाली दो चेयर भी उपलब्ध हैं, और दोनों का यह दावा है कि उनसे कंधों को वह नुकसान नहीं पहुंचता जो उन्हें रिम धकेलकर चलने वाली मानक चेयर के मामले में पहुंचता है।
- पिवेट डुअल लीवर ड्राइव किसी भी मेनुअल व्हीलचेयर के पिछले, क्विक-रिलीज़ व्हील्स का स्थान ले लेता है; पिवेट में प्रयास के पांच स्तर होते हैं।
- विजिट (Wijit) व्हीलचेयर को उपयोक्ता को पारंपरिक व्हीलेचयर की तुलना में मात्र आधा धकेलना पड़ता है।
पॉवर चेयर
जो व्यक्ति धकेलने में असमर्थ हैं उन्हें विद्युत मोटर और बैटरियों से चलने वाली एवं जॉयस्टिक से नियंत्रित होने वाली व्हीलचेयर या स्कूटर की आवश्यकता हो सकती है।
पॉवर चेयर कई बुनियादी स्टाइलों में आती हैं। पारंपरिक स्टाइल यूं दिखाई पड़ती है मानो किसी मानक व्हीलचेयर को खिला-पिला कर मोटा कर दिया गया हो, जिसके पीछे बैटरियों, मोटर और कंट्रोल सिस्टम के कारण हुई आकार व भार वृद्धि होती है। इसके अलावा प्लेटफ़ॉर्म मॉडल वाली पॉवर चेयर भी आती हैं जिनमें पॉवर बेस के ऊपर अधिक साधारण दिखने वाली चेयर या कैप्टन चेयर लगी होती है। स्कूटर तीन और चार पहियों के कन्फ़िगरेशन में आते हैं और इनका उपयोग उन लोगों द्वारा सबसे अधिक किया जाता है जिन्हें इनकी पूर्णकालिक आवश्यकता नहीं होती है।
लगभग बीस वर्ष पहले, पॉवर चेयर के बाज़ार में बस कुछ ही ब्रांड और मॉडल हुआ करते थे। नवाचार से विकल्पों में वृ्द्धि हुई है जिनमें कम वज़नी, अधिक शक्तिशाली और कहीं तेज़ चेयर आ गई हैं। अधिकांश पॉवर चेयर में रिअर-व्हील ड्राइव होता है, पर मिड-व्हील और फ़्रंट-व्हील ड्राइव भी बाज़ार में उल्लेखनीय संख्या में मौजूद हैं। इन्हें घुमाना-मोड़ना आसान होता है और ये छोटे-छोटे स्थानों में भी काफी फ़ुर्तीली होती हैं।
ऐसे मॉडल भी हैं जो ऊबड़-खाबड़ और कच्चे रास्तों पर उपयोग के लिए बनाए गए हैं; ऐसे मॉडल भी हैं जो यात्रा के लिए फ़ोल्ड हो जाते हैं; और ऐसी पॉवर चेयर भी हैं जिन्हें लकवाग्रस्त लोगों की सबसे जटिल आवश्यकताओं के लिए अनुकूलित किया जा सकता है। हर उपयोक्ता के अपने सही विकल्प के पीछे सिर्फ़ स्टाइल नहीं बल्कि और बहुत कुछ भी होता है।
व्यक्ति की आवश्यकताओं के अनुरूप फ़िट और कन्फ़िगर की गई पॉवर चेयर पाने के लिए विशेषज्ञ सहायता की ज़रूरत पड़ती है, जो किसी OT से या टिकाऊ चिकित्सीय उपकरणों के किसी प्रख्यात आपूर्तिकर्ता से मिल सकती है। आप सही आपूर्तिकर्ता कैसे ढूंढ सकते हैं? इधर-उधर पूछें, किसी OT से पूछें, बेहद सक्रिय, ऑनलाइन गियर चर्चा बोर्डों को पढ़ें।
नई चेयर चाहिए? आपको आपकी आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम चेयर पाने और प्रतिपूर्ति अस्वीकृत होने की स्थिति में अपने चयन का बचाव करने के लिए अपने फंडिंग के स्रोतों, अपने OT और सीटिंग विशेषज्ञों, और अपने पुनर्वास आपूर्तिकर्ता के साथ मिलकर कार्य करना होगा।
निश्चय ही, टिकाऊ चिकित्सा उपकरणों की सभी खरीदों के लिए प्रतिपूर्ति एक मुख्य मुद्दा होती है, विशेष रूप से पॉवर चेयर जैसे महंगे उपकरणों के लिए (पॉवर चेयर की कीमत फुली लोडेड होंडा से भी अधिक हो सकती है)। पॉवर-सचलता उद्योग मेडिकेयर (Medicare) के साथ हो रही धोखाधड़ी की जांच में संघीय जांचकर्ताओं के निशाने पर बना हुआ है।
2011 की एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, पॉवर चेयर के लिए किए गए 80 प्रतिशत मेडिकेयर (Medicare) दावे कवरेज की आवश्यकताओं को संतुष्ट नहीं करते थे और मेडिकेयर को उनका भुगतान नहीं करना चाहिए था। इसलिए, इस धोखाधड़ी को घटाने के लिए, मेडिकेयर (Medicare) ने अपने कुछ प्रतिपूर्ति नियम बदल दिए हैं। इस बदलाव को, और विकल्प सीमित करने वाली प्रतिस्पर्धी बोली प्रणाली को, विकलांगता समुदाय के काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
बैटरियां
बैटरी का जीवनकाल पॉवर चेयर उपयोक्ताओं के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा होता है। इस पॉवर स्रोत को संभालने में विफल रहने पर व्यक्ति को फंसने या परेशान करने वाली परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, विशेष रूप से तब जब वह घर से दूर हो।
पॉवर चेयर की बैटरियां 24-वोल्ट “डीप-साइकिल” प्रकार की होनी चाहिए, जिन्हें धीरे-धीरे, लंबे समय में डिस्चार्ज होना चाहिए, न कि कार वाली बैटरी (12-वोल्ट) जैसी, जिसे बहुत अल्प समय के लिए पॉवर स्रोत के रूप में प्रयोग किया जाता है। डीप-साइकिल बैटरियां कई आकार में उपलब्ध हैं, जैसे ग्रुप-22, ग्रुप-24, और ग्रुप-27. ग्रुप संख्या जितनी बड़ी होगी, बैटरी उतनी ही बड़ी होगी और उसकी भंडारण क्षमता भी उतनी ही अधिक होगी।
बैटरियां तीन प्रकार की होती हैं:
लेड-एसिड या “गीली” बैटरियां लेड (सीसा) और सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया से विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करती हैं। इन बैटरियों के सेल को समय-समय पर आसुत जल (डिस्टिल्ड वॉटर) से भरना पड़ता है, संभवतः महीने में एक बार। गीले-सेल वाली बैटरी का मुख्य लाभ इसका सस्ता होना है। इसकी मुख्य हानि यह है कि इनके लिए विशेष हैंडलिंग आवश्यक हो सकती है, विशेष रूप से हवाई यात्रा के दौरान।
जैल बैटरियों में द्रव नहीं होता, अतः उसके छलकने की संभावना या उसे बार-बार भरने की आवश्यकता ख़त्म हो जाती है। वे गीली बैटरियों की तुलना में महंगी होती हैं, पर इनका जीवन चक्र अधिक लंबा होता है और हवाई यात्रा में इनको कहीं अधिक वरीयता दी जाती है।
एब्ज़ॉर्बेंट ग्लास मैट (AGM) बैटरियों को, जैल बैटरियों की ही तरह, रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती और ये हवाई यात्रा के लिए उपयुक्त होती हैं। ये बहुत दमदार होती हैं, इनमें आवेश (चार्ज) को थामे रखने की बेहतर क्षमता होती है, और साधारण लेड-एसिड बैटरियों की तुलना में ये बैटरियां दोगुनी चलती हैं। ये सबसे महंगी भी होती हैं।
कभी-कभी व्हीलचेयर में उन्हीं बैटरियों का उपयोग होता है जिन्हें नावों में उपयोग में लाया जाता है। यदि आप अपनी खुद की बैटरियों के लिए अपनी जेब से भुगतान करते हैं, तो आप समुद्री डीप-साइकिल बैटरियां खरीदकर पैसा बचा सकते हैं। पर अपने चेयर निर्माता के तकनीकी विवरण को जांचना न भूलें।
पॉवर असिस्ट
कम वज़नी मानक मेनुअल चेयर की व्हील यूनिट पर या चेयर के बेस पर एक छोटी सी शक्तिशाली मोटर लगाकर इस चेयर को सजाया-संवारा जा सकता है। इस सहायता डिवाइस को ऑन करने पर हैंडरिम पर आगे की ओर बल लगने लगता है जिससे चेयर को जबर्दस्त बढ़ावा मिलता है।
ई.मोशन (e.motion) कई प्रकार की चेयर पर फ़िट हो जाता है। एक्सटेंडर (Xtender) कुछ क्विकी (Quickie) मॉडलों के लिए दो संस्करणों में उपलब्ध है, एक संस्करण हैंडरिम पर लगाए जाने वाले बल को 1.5 गुना कर देता है, और दूसरा उसे 3 गुना कर देता है।
इन असिस्ट हब से चेयर का वज़न काफ़ी बढ़ जाता है (38 से लगभग 50 पौंड) और इन पर काफी खर्चा भी करना पड़ता है ($5,000 से $8,000), पर इनके लाभ जबर्दस्त हैं, विशेष रूप से निचले स्तर पर क्वाड्रीप्लेजिया (दोनों बांहों, दोनों पैरों, और धड़ के लकवे) से ग्रस्त लोगों और कंधों के दर्द से परेशान लोगों के लिए जिन्हें तीखी चढ़ाई चढ़ने के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा।
इस सहायक का उपयोग करने से सवार की रेंज में नाटकीय वृद्धि हो जाती है, क्योंकि इससे व्यक्तिगत ऊर्जा बचती है और रोटेटर कफ़ कम घिसते हैं। साथ ही, यह चेयर पॉवर चेयर जैसी मोटी और भारी-भरकम भी नहीं दिखती: यह लगभग “सामान्य” दिखती है।
स्मार्टड्राइव (SmartDrive) मेनुअल चेयर के लिए एक नया पॉवर असिस्ट विकल्प है। यह एक पोर्टेबल ड्राइव व्हील (11 पौंड) है जो काफी आसानी से चेयर के बेस पर फ़िट हो जाता है; और बैटरी सीट के नीचे फ़िट हो जाती है।
एक अन्य विकल्प है मैजिकव्हील्स (MagicWheels), इसमें बैटरियां या मोटर नहीं होते बल्कि दो-गियर वाले व्हीलचेयर व्हील होते हैं जिनमें चढ़ाई चढ़ते समय हब को क्लिक करके निचला गियर चुना जा सकता है, और इसकी कीमत पॉवर असिस्ट यूनिट की तुलना में एक तिहाई होती है।
यदि उपयोक्ता पॉवर असिस्ट यंत्रों से स्वास्थ्य संबंधी लाभों में होने वाली संभावित वृद्धि (जैसे कंधों का बचाव) पर ज़ोर दें तो कई बीमा कंपनियां उन्हें कवर कर देती हैं, जिनमें मेडिकेयर (Medicare) शामिल है।
बच्चों की चेयर
बच्चों के शरीर लगातार बढ़ और बदल रहे होते हैं, यानि उनकी चेयर को वयस्कों की चेयर की तुलना में कहीं अधिक बार एडजस्ट करने या बदले जाने की ज़रूरत पड़ती है। चूंकि ये चेयर सस्ती नहीं होतीं और प्रायः बीमा कंपनियां इन्हें बदलने पर सीमाएं या प्रतिबंध लगाती हैं, अतः अधिकांश निर्माता बढ़ते हुए बच्चे की आवश्यकताओं के अनुरूप एडजस्ट हो सकने वाली चेयर बनाते हैं।
व्हीलचेयर कंपनियां बच्चों के लिए ऐसी चेयर भी बनाती हैं जो “चिकित्सीय” नहीं दिखती हैं। इस नए-नवेले लुक में अधिक सुप्रवाही डिज़ाइनें, अधिक आकर्षक सजावट, और अलग-अलग रंग के फ़्रेम उपलब्ध हैं।
कलर्स (Colours) ब्रांड में लिटिल डिपर (Little Dipper), या चम्प (Chumpe) मॉडल उपलब्ध हैं। इसी प्रकार, सनराइज़ क्विकी ज़िपी (Sunrise Quickie Zippie) और इन्वाकेयर ऑर्बिट (Invacare Orbit) मॉडल छोटे बच्चों के लिए बनाए जाते हैं जो थोड़ी स्टाइल से सवारी करना चाहते हैं।
बैठना और शरीर को सही स्थिति में रखना
लकवे के साथ जी रहे लोग दबाव से होने वाले घावों (प्रेशर सोर) के अधिक जोख़िम पर होते हैं और इसलिए उन्हें त्वचा को थोड़ी राहत देने के लिए विशेष कुशन या सीटिंग सिस्टम चाहिए होते हैं।
कुशन मटीरियल कई बुनियादी प्रकारों में उपलब्ध है, और हर प्रकार कुछ विशेष प्रकार के उपयोक्ताओं के लिए लाभकारी है: हवा, फ़ोम, या लिक्विड (जैसे जैल), एक ऐसा प्रकार जो अधिक परिवर्तनशील है, या फिर ऐसा जिसमें सचल भाग होते हैं।
ऐसा कोई एक उत्पाद नहीं है जो सभी को संतुष्ट कर सके। सही कुशन से व्यक्ति को आराम मिल सकता है, वह शरीर को सही स्थिति में रख सकता है, और दबाव से होने वाले घावों की रोकथाम हो सकती है, पर आवश्यक नहीं कि इससे हर उपयोक्ता के लिए इन सभी मानदंडों की संतुष्टि हो ही।
केवल खरीदारी पर जाने के लिए व्हीलचेयर का उपयोग करने वाले किसी सचल व्यक्ति की आवश्यकताएं, उच्च स्तर पर क्वाड्रीप्लेजिया (दोनों बांहों, दोनों पैरों और धड़ के लकवे) से ग्रस्त उस व्यक्ति के समान नहीं होंगी जो प्रतिदिन अठारह घंटे पॉवर चेयर में बिताता है, अतः अपनी आवश्यकताओं को पूरी तरह समझना, और विभिन्न स्टाइलों के लाभ व हानियों की तुलना करके उपयुक्त कुशन का चयन करना महत्वपूर्ण है।
कुशन के लिए फ़ोम सबसे सस्ता मटीरियल होता है। यह हल्का भी होता है और इससे हवा का रिसाव भी नहीं होता। हालांकि यह भी पुराना पड़ता जाता है और समय के साथ पिचकता जाता है।
एयर फ़्लोटेशन कुशन, जैसे कि लोकप्रिय ROHO मॉडल, समान रूप से वितरित हवा से भरे एक रबर ब्लैडर का उपयोग करके सहारा प्रदान करता है। इस प्रकार के कुशन अच्छा कार्य करते हैं पर इनमें से हवा का रिसाव हो सकता है; और ऊंचाई बदलने पर आपको हवा का दबाव एडजस्ट भी करना पड़ सकता है।
विकेयर वेक्टर (Vicair Vector) एक और प्रकार का एयर कुशन है जिसमें कई सारी छोटे-छोटी, स्थायी रूप से सीलबंद, वायु कोष्ठिकाओं का उपयोग होता है। लाइनर की ज़िप खोलकर वायु कोष्ठिकाएं हटाकर या और डालकर कुशन को एडजस्ट किया जा सकता है। BBD एयर कुशन एक सिंगल-चैम्बर मॉडल है जो दबाव से राहत के लिए आज भी व्यापक रूप से प्रयोग किया जाने वाला एक सस्ता विकल्प है। जैल कुशन, जैसे जे (Jay), में धीरे बहने वाला जैल भरा होता है। वे त्वचा की सुरक्षा के लिए लोकप्रिय और प्रभावी हैं, पर वे थोड़ा भारी भी होते हैं।
एक्विला (Aquila) परिवर्तनशील कुशन का एक उदाहरण है; इसमें एक दोलनकारी पंप लगा होता है जो दबाव घटाता-बढ़ाता रहता है। इसके पीछे का सिद्धांत यह है कि यदि बारी-बारी से दबाव और शून्य-दबाव की स्थिति दी जाए तो व्यक्ति कहीं अधिक लंबे समय तक बैठ सकता है। इससे चेयर का वज़न बढ़ जाता है, और चूंकि पंप बैटरियों से चलता है, अतः यह किसी स्थिर कुशन जितना देखभाल-मुक्त नहीं है।
ईज़ (Ease) एक और परिवर्तनशील, दबाव बदलने वाला कुशन है। कुछ उपयोक्ताओं को उनके शरीर पर फ़िट होने के लिए बनाए गए कस्टम कुशन से लाभ हो सकता है। एस्पेन लाइन (Aspen line) में क्लाइंट के सांचे से बनाए गए एक पतले, वक्रित, प्लास्टिक खोल का उपयोग होता है।
उपलब्ध कुशन और सीटिंग सिस्टम की सूची के लिए एबलडेटा (AbleData) या यूनाइटेड स्पाइनल एसोसिएशन डिसेबिलिटी प्रोडक्ट्स एंड सर्विसेज़ डायरेक्टरी देखें, जिनमें व्हीलचेयर से संबंधित कई उत्पादों की समीक्षाएं हैं। सही उत्पाद चुनने के लिए सबसे अच्छा यही है बैठने और शरीर को सही स्थिति में रखने के विषय के विशेषज्ञ की सहायता ली जाए।
फैलाव के बिना झुकाव (टिल्ट) या फैलाव के साथ झुकाव (रिक्लाइन)
कुछ लोग दबाव को वितरित करके त्वचा के घावों/छालों का जोखिम घटाने के लिए विशेष व्हीलचेयर प्रयोग करते हैं। ये चेयर अधिक आरामदेह होती हैं और अधिक समय तक बैठना आसान बनाती हैं।
इन चेयर का एक प्रकार है “टिल्ट इन स्पेस” चेयर, जो नितंबों, घुटनों, और टखनों के कोण बदले बिना, व्यक्ति का झुकाव बदल देती है। दूसरे शब्दों में, पूरी-की-पूरी सीट झुकती है। दूसरा प्रकार है एक रिक्लाइन (पीछे झुकने वाला) सिस्टम, जो मूल रूप से सीट और पीठ के कोण को बदलता है, जिससे चेयर की पीठ पीछे की तरफ झुकती है, और कुछ मामलों में, पैरों को ऊपर भी उठा दिया जाता है जिससे एक समतल सतह बन जाती है।
फैलाव के बिना झुकाव (टिल्ट) सिस्टम दबाव को नितंबों और जांघों के पिछले भाग से हटाकर धड़ के पिछले भाग और सिर पर ले आता है। यह सिस्टम व्यक्ति की मुद्रा बनाए रखता है और अपरूपण (किसी सतह से घिसटने के कारण ऊतकों पर लगने वाला घर्षण) की रोकथाम करता है। एक कमी: उदाहरण के लिए, यदि कोई उपयोक्ता वर्कस्टेशन पर बैठता है, तो टिल्ट (फैलाव के बिना झुकाव) के लिए यह आवश्यक है कि वह मेज़ से पीछे हटकर बैठे ताकि उसके घुटने या फ़ुटरेस्ट मेज़ से न टकराएं।
रिक्लाइन (फैलाव के साथ झुकाव) सिस्टम सीट और पीठ के बीच का कोण बढ़ाते हैं, और उठने वाले लेग रेस्ट के साथ, घुटनों का कोण भी बढ़ाते हैं। भोजन करने, स्थानांतरण करने या मलाशय अथवा मूत्राशय कार्यक्रमों में सहायता करने के लिए रिक्लाइन (फैलाव के साथ झुकाव) सिस्टम के अपने कुछ लाभ हैं, क्योंकि ये सभी कार्य लेटी स्थिति में आसान होते हैं।
आमतौर पर कहें तो, रिक्लाइन (फैलाव के साथ झुकाव) सिस्टम टिल्ट (फैलाव के बिना झुकाव) की तुलना में दबाव से अधिक राहत प्रदान करता है, पर इसमें अपरूपण (ऊतकों की घिसावट) का जोखिम अधिक होता है। पैरों को उठा देने से एडीमा (तरल एकत्र होने से हुई सूजन) से पीड़ित व्यक्तियों को लाभ मिल सकता है। टिल्ट (फैलाव के बिना झुकाव) और रिक्लाइन (फैलाव के साथ झुकाव), दोनों ही को बैठने और शरीर को सही स्थिति में रखने के विशेषज्ञों द्वारा फ़िट और प्रिस्क्राइब किया जाना चाहिए।
खड़े होना
खड़ी चेयर (स्टैंडिंग चेयर) सामान्य मेनुअल चेयर की भांति कार्य करती हैं, पर साथ ही वे सवार को उठ खड़े होने में भी सहायता करती हैं। लंबे होने के घर में, स्कूल में, और कार्यस्थल में कई लाभ होते हैं।
कुछ मेनुअल चेयर में उठ खड़े होने की यंत्रावली को सक्रिय करने के लिए पॉवर असिस्ट डिवाइस लगे होते हैं। कुछ पॉवर चेयर भी सवार को उठ खड़े होने में सक्षम बनाती हैं, जिससे दूसरों से नज़रों का संपर्क बनाए रखने का लाभ मिलता है। परमोबिल (Permobil) या रैडमैन (Redman) देखें।
कमी: ये महंगी होती हैं और दैनिक उपयोग की चेयर की दृष्टि से थोड़ी भारी-भरकम होती हैं। खड़े होने के अपने शारीरिक लाभ भी होते हैं। इससे दबाव से होने वाले घावों की रोकथाम में मदद मिलती है, रक्त परिसंचरण बढ़ता है और हिल-डुल सकने की रेंज बढ़ती है, और कुछ व्यक्तियों में इससे मांसपेशियों की ऐंठन एवं अवकुंचन (मांसपेशियों की लंबाई घटने) से भी राहत मिलती है।
कुछ वर्ष पहले हाइन्स (Hines) VA ने बताया कि प्रतिदिन 30 मिनट या अधिक समय तक खड़े रहने वाले लोगों में “जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ था, दबाव से होने वाले घाव घटे थे, मूत्राशय संक्रमण घटे थे, मलत्याग की नियमितता बढ़ी थी, और अपने पैरों को सीधा करने की क्षमता में सुधार हुआ था।”
खड़े होने के फ़्रेम (स्टैंडिंग फ़्रेम) भी उपलब्ध हैं। ईज़ीस्टैंड (EasyStand) कई मॉडल बनाती है, जिसमें एक बच्चों की यूनिट भी है। स्टैंड एड (Stand Aid) जैसे कुछ मॉडलों में मोटर लगी होती है। अन्य स्टैंडिंग फ़्रेम अधिक साधारण हैं — मूल रूप से वे एक स्थिर फ़्रेम हैं जो लकवाग्रस्त व्यक्ति को खड़ी स्थिति में सहारा देते हैं।
संसाधन
कुछ अन्य विशेष चेयर्स भी उपलब्ध हैं, जैसे सड़क पर दौड़ के लिए अत्यंत हल्की थ्रीव्हीलर चेयर; टेनिस और बास्केटबॉल के लिए अतिरिक्त वक्रता वाली चेयर (वे पलटती नहीं हैं); कच्चे रास्तों पर उपयोग के लिए हैवी ड्यूटी फ़ोर व्हीलर चेयर; समुद्र तट के लिए बड़े और फूले-फूले टायरों वाली चेयर, और यहां तक कि ट्रैक्टर जैसे टायरों वाली चेयर भी, जो उनके लिए हैं जो सबसे ऊबड़-खाबड़ इलाकों में जाने से खुद को रोक नहीं पाते।
यदि आप सही व्हीलचेयर का चुनाव के बारे में अधिक जानकारी तलाश में हैं या आपको कोई विशेष प्रश्न पूछना है, तो हमारे जानकारी विशेषज्ञ सप्ताह के व्यावसायिक कार्यदिवसों पर सोमवार से शुक्रवार, ईटी समय सुबह 7:00 बजे से रात 12:00 बजे (मध्यरात्रि) तक टोल-फ़्री नंबर 800-539-7309 पर उपलब्ध हैं।