सेप्सिस
सेप्सिस क्या होता है?
सेप्सिस – जिसे रक्त विषाक्तता या सिस्टेमिक इन्फ़्लमेटरी रिस्पॉंस सिंड्रोम (SIRS) भी कहते हैं – एक प्राणघातक स्थिति है जो तब होती है जब किसी संक्रमण के विरुद्ध शरीर की प्रतिक्रिया अपने स्वयं के ऊतकों और अंगों को क्षति पहुंचाने लगती है। इस स्थिति से आघात (शॉक) लगता है, शरीर के कई अंग खराब हो जाते हैं, और मृत्यु हो जाती है, विशेष रूप से तब जब इसे आरंभ में पहचाना न जाए और तुरंत उपचार न किया जाए।
लकवाग्रस्त लोगों में, इसका आरंभ किसी मूत्रमार्गीय (मूत्राशय के) संक्रमण, निमोनिया, किसी घाव, दबाव से बने घाव या अन्य संक्रमण के रूप में हो सकता है। यदि संक्रमण स्थानीय स्तर पर नियंत्रित न हो, तो वह पूरे शरीर में फैल सकता है।
सेप्टिक शॉक गंभीर सेप्सिस को कहते हैं जिसमें रक्तचाप गिरने के कारण अंग विफल हो जाते हैं। सेप्सिस और सेप्टिक शॉक, दोनों ही प्राणघातक होते हैं। आरंभ के एक घंटे के अंदर मिलने वाला उपचार सर्वाधिक सफल होता है।
जिस भी व्यक्ति को कोई संक्रमण हो उसे सेप्सिस के जोखिमों और लक्षणों के प्रति सजग रहना चाहिए और तत्काल चिकित्सीय देखभाल प्राप्त करनी चाहिए।
सेप्सिस के सामान्य लक्षण
इनमें से कुछ या सभी लक्षण उपस्थित हो सकते हैं:
- संक्रमण
- तापमान में वृद्धि, 38.30C या 101.30F से अधिक
- हृदयगति बढ़ना, 90 धड़कन प्रति मिनट से अधिक
- श्वसन दर बढ़ना, 20 श्वास प्रति मिनट से अधिक
वे अन्य लक्षण जो उपस्थित हो सकते हैं:
- भ्रम या कोमा
- एडीमा (तरल संचय के कारण सूजन), विशेष रूप से बांहों, पैरों, गर्दन और चेहरे में
- मधुमेह के बिना ही रक्त शर्करा का बढ़ जाना
- तापमान घटना, 36C या 97F से कम
सेप्सिस की पहचान में इन चरों के घटक शामिल हो सकते हैं:
- आरंभिक संक्रमण स्थल पर या शरीर में कहीं भी शोथ
- सभी महत्वपूर्ण अंगों तक ऑक्सीजन-वाही रक्त पर्याप्त मात्रा में पहुंचे यह सुनिश्चित करने के लिए आंतरिक रक्तचाप बनाए रखने में असमर्थता
- ऊतकों में अपर्याप्त रक्त पहुंचना, शरीर के किसी भाग में ऑक्सीजन की कमी, जो सबसे पहले अंगुलियों/बांहों, पैर की अंगुलियों/पैरों में दिखती है
जब शरीर में कहीं पर संक्रमण हो और इनमें से कोई स्थिति मौजूद हो तो सेप्सिस की पुष्टि होती है:
- अंग का ठीक से कार्य न करना (अंग विफलता)
- हायपॉक्सेमिया (आपके ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में असमर्थता)
- ओलिगुरिया (मूत्राल्पता)
- लैक्टिक एसिडोसिस (रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा घटना)
- लीवर एंज़ाइमों में वृद्धि (यकृत का ठीक से कार्य न करना)
- सेरेब्रम की कार्यक्षमता में बदलाव (भ्रम/कोमा)
क्या किया जाना चाहिए
सेप्सिस के विकसित होने से बचने के लिए रोकथाम ही सर्वश्रेष्ठ मार्ग है।
यदि व्यक्ति में कोई ऐसा संक्रमण हो जो ठीक न हो रहा हो या जिसके लक्षण, जैसे लालिमा, सूजन, तकलीफ़, दर्द, प्रभावित स्थान में स्थानीकृत गर्मी, या बुखार/कंपकंपी आदि, बढ़ रहे हों तो उसे अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता को दिखाना चाहिए।
यदि आपको कोई संक्रमण है और आप इनमें से किसी भी लक्षण या शारीरिक प्रतिक्रिया का अनुभव कर रहे हैं, तो तत्काल अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता को कॉल करें या उन्हें दिखाने जाएं।
सेप्सिस की पहचान: लैब और इमेजिंग परीक्षण
संक्रमण के लिए आम लैबोरेटरी एवं इमेजिंग परीक्षण इस प्रकार हैं:
- जीवाणुओं के लिए मूत्र परीक्षण
- जीवाणुओं के लिए घाव के संवर्धन (वुंड कल्चर)
- जीवाणुओं के लिए नाक या मुंह के स्राव
- जीवाणुओं, थक्काकारी कारकों (क्लॉटिंग फ़ैक्टर्स), हृदय, यकृत एवं वृक्क की कार्यक्षमता, ऑक्सीजनीकरण या इलेक्ट्रोलाइट के लिए रक्त परीक्षण
- आंतरिक अंगों की कार्यक्षमता के आकलन के लिए शरीर के स्कैन किए जा सकते हैं। उनमें से कुछ स्कैन इस प्रकार हैं:
- एक्स-रे
- CT स्कैन (कंप्यूटराइज़्ड टोमोग्राफी)
- अल्ट्रासाउंड
- MRI (मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग)
उपचार
इसका उपचार विशेषज्ञों द्वारा अस्पताल में किया जाता है जिसमें शरीर की क्रियाओं को सहारा दिया जाता है और संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं।
- संक्रमण के नियंत्रण के लिए एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं।
- आमतौर पर, सेप्सिस या सेप्टिक शॉक पीड़ित व्यक्तियों को IV तरल चिकित्सा और ऑक्सीजन दी जाती है।
- व्यक्ति के लक्षणों के अनुसार दवाएं दी जाती हैं, जैसे:
- रक्तचाप और दर्द नियंत्रित करने की दवाएं
- उच्च रक्त ग्लूकोज़ के लिए इंसुलिन
- शोथ घटाने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड
- कार्यक्षमता बनाए रखने एवं बहाल करने के हेतु सहयोगी देखभाल के लिए चिकित्सा का उपयोग होता है।
- यदि श्वसन तंत्र प्रभावित हुआ हो, तो यांत्रिक वेंटिलेशन आवश्यक हो सकता है।
- यदि किडनी खराब हो गई हो, तो डायलिसिस आवश्यक हो सकता है।
स्वास्थ्य लाभ
सेप्सिस से बहाली संभव है। कई व्यक्ति पूरी तरह ठीक हो जाते हैं और उनमें कोई दुष्क्रिया शेष नहीं रहती। सेप्सिस के कुछ पीड़ितों की दीर्घकालिक स्वास्थ्य-लाभ आवश्यकताएं होती हैं जो सेप्सिस की घटना से अंग या ऊतक को हुई क्षति पर निर्भर करती हैं।
यदि बांहों और/या पैरों को गंभीर आघात पहुंचा हो, तो उन्हें काटा जा सकता है। कुछ रोगी सेप्सिस की घटना के कारण पहुंचे आघात के कारण पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस सिंड्रोम (आघात-पश्चात तनाव संलक्षण) नामक एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति से ग्रस्त हो जाते हैं।
जीवन-रक्षक सेप्सिस वॉलेट कार्ड डाउनलोड करें
अच्छी ख़बर यह है कि, यदि आपको संकेत पता हों, और आप उनके दिखने पर तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें, तो सेप्सिस का उपचार हो सकता है।
सेप्सिस के बारे में अधिक से अधिक जानकारी रखने में आपकी मदद करने के लिए, और आपके चिकित्सक को इस स्थिति के प्रति आपकी संवेदनशीलता को समझने में मदद देने के लिए, रीव फ़ाउंडेशन पक्षाघात संसाधन केंद्र (PRC) सेप्सिस की ओर तत्काल ध्यान खींचने वाला एक सुविधाजनक और जीवन-रक्षक वॉलेट कार्ड प्रस्तुत करता है।
लिंडा शल्ट्ज़, पीएचडी, जो मैरीविल यूनिवर्सिटी में नर्सिंग की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर हैं, और केनेडी क्रीगर इंस्टीट्यूट के चिकित्सा स्टाफ़ के आपसी सहयोग से रोगी और चिकित्सक, दोनों के लिए सेप्सिस वॉलेट कार्ड डिज़ाइन किया गया है जो वयस्कों और बच्चों, दोनों पर लागू होता है।
आपके वॉलेट में आसानी से फ़िट हो जाने वाला यह कार्ड तीन तह वाला है जिसमें आप आपकी चोट/क्षति का स्तर और आपातकालीन नंबर लिख सकते हैं, और सेप्सिस के लक्षणों एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पर ग़ौर कर सकते हैं।
तीन में से एक तह को विशेष रूप से चिकित्सक के लिए लिखा गया है। सेप्सिस संकट उत्पन्न होने की स्थिति में, आप “चिकित्सक कृपया ध्यान दें” (“Attention Physician”) वाला भाग खींचकर सामने की ओर ला सकते हैं। इससे प्रथम प्रतिक्रियादाता एक साइड पर आपकी व्यक्तिगत जानकारी और दूसरी साइड पर सेप्सिस के उपचार के निर्देश देख पाएंगे।
सेप्सिस वॉलेट कार्ड की प्रतियां डाउनलोड के लिए ऑनलाइन उपलब्ध हैं, या फिर आप PRC को सीधे 800-539-7309/973-467-8270 (अंतरराष्ट्रीय) पर कॉल करके और किसी जानकारी विशेषज्ञ से बात करने को कह कर अपनी लैमिनेटेड प्रति पा सकते हैं।
इस कार्ड और वेब पेज में दी गई जानकारी आपको लकवे और उसके प्रभावों के बारे में सूचित करने के प्रयोजन से प्रस्तुत की गई है। यहां इसमें निहित किसी भी चीज़ का अर्थ चिकित्सीय निदान (पहचान) या उपचार के रूप में न तो लिया जाना चाहिए और न वह इसके लिए अभीष्ट है। यदि आपको अपने स्वास्थ्य, उपचार, या निदान (पहचान) के बारे में प्रश्न पूछने हों तो अपने चिकित्सक, या अन्य योग्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से संपर्क करें।